THE HANUMAN CHALISA DIARIES

The hanuman chalisa Diaries

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आरती कीजै हनुमान लला की । दुष्ट दलन रघुनाथ कला की ॥

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जय गणेश गिरिजा सुवन, मंगल करण कृपाल। दीनन के दुख दूर करि...

Lord Hanuman has the facility to break the bondage of karma and liberate 1 from the karmic cycle of lifestyle and death.

चौघडियाँ शुभ होरा विवाह मुहूर्त गृह प्रवेश मुहूर्त सम्पत्ति क्रय मुहूर्त वाहन क्रय मुहूर्त उदय लग्न गौरी पञ्चाङ्गम जैन पच्चक्खाण राहु काल शुभ योग पञ्चक रहित मुहूर्त अभिजित मुहूर्त दो घटी मुहूर्त शुभ दिन

भगवान हनुमान के जन्मदिवस को हनुमान जयन्ती के रूप में मनाया जाता है। हिन्दु कैलेण्डर के अनुसार, उत्तर भारत में चैत्र माह की पूर्णिमा तिथि पर मनाया जाता है। हनुमान जयन्ती को विभिन्न क्षेत्रों में हनुमथ जयन्थी एवं हनुमान व्रतम् के रूप में मनाया जाता है।

Lord Hanuman mantra is the strongest mantra. This amazing mantra boosts the age by chanting everyday this mantra. And he usually wins in almost any immoral or demanding scenario.

Never the fewer it truly is an ancient and really potent prayer. The more info recitation of your Bajrang Baan early in the morning or simply just before going to mattress is suggested. The sincere recitation of the Bajrang Baan will take out all destructive energies from the environment, and produce peace and harmony in your daily life.The worship of Hanuman who is the rudra avatar of Shiva offers a single toughness and self-assurance to beat any problems in everyday life. 

You're constantly through the side of Sri Ram and so are the benefactor of all. ====================== 12.भूत प्रेत पिशाच निशाचर। अग्नि बैताल काल मारीमर॥

Whatever mantra you chant Hanuman Ji, holding in your mind its which means, chant it little by little or mentally with complete devotion. By no means chant the mantra aloud.

आरती कीजै हनुमान लला की भगवान हनुमान की सबसे प्रसिद्ध आरती है। यह प्रसिद्ध आरती भगवान हनुमान से सम्बन्धित अधिकांश अवसरों पर गायी जाती है।

जै गिरिधर जै जै सुख सागर, सुर समूह समरथ भटनागर ।

॥दोहा॥ निश्चय प्रेम प्रतीति ते, बिनय करै सनमान।

Get rid of all of these within the title of Lord Sri Ram thus protecting the sanctity and truth in the holy title ====================== thirteen.जनकसुता हरि दास कहावो। ताकी शपथ विलम्ब न लावो॥

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